डीवीसी मैथन में पदस्थापित सीआईएसएफ के उप कमांडेंट प्रदीप कुमार विश्वकर्मा इन दिनों सुरक्षा के साथ-साथ अपने सुरीले सुरीले गीतों के लिए काफी मशहूर हुए हैं । उनके गाए गीत आशिकी फिल्म के बस एक सनम चाहिए आशिकी के लिए। यूट्यूब पर काफी सुर्खियां बटोर रहा है । यही नहीं पीके विश्वकर्मा के सुरीले गीतों की मुरीद सीआईएसएफ की जवान भी हैं और अक्सर उनके गीतों को जवानों द्वारा सुना जाता है और काफी पसंद भी किया जा रहा हैं। प्रदीप कुमार विश्वकर्मा सीआईएसएफ मैथन युनिट में उप कमांडेंट के पद पर तैनात हैं वह जितना सुरक्षा के प्रति सतर्क रहते हैं उतना ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रति उनकी लगन देखते ही बनता है। वह खुद ही गीत गाना पसंद करते हैं 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को सीआईएसएफ द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में वे अक्सर वे खुद मंच संभालते हैं और खुद गीत भी गाते हैं जिसे लोग काफी पसंद करते हैं। उनकी बहुमुखी कला से सीआईएसएफ के बड़े-बड़े पदाधिकारी से लेकर आम लोग काफी उनकी प्रशंसा करते हैं। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और काफी मृदुभाषी भी माने जाते हैं। अभी हाल ही में 26 जनवरी के बाद आयोजित बड़ा खाना सह सांस्कृतिक कार्यक्रम में वह खुद कई गीत जिसमें /हम आए हैं आपके शहर में मुसाफिर की तरह/ प्रस्तुत किए थे जिसे सुन सीआईएसएफ के डीआईजी पी रमन के साथ-साथ डीवीसी के तमाम अधिकारियों मंत्रमुग्ध हो गए थे। वह अक्सर गीत गाना और गीत लिखना पसंद करते हैं और जब भी समय मिलता है वह मोबाइल के सहयोग से खुद गीत गुनगुनाना शुरू कर देते हैं और जब भी मौका मिलता है वह सार्वजनिक मंच पर अपनी कला को निखारने का मौका नहीं छोड़ते हैं और कला के प्रति उनकी जबरदस्त लगाओ काबिले तारीफ होती है।