उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में थाना मुंडपाण्डे में तैनात एक सब इंस्पेक्टर की ज़िम्मेदारी की वजह से पंजाब के संगरूर के 13 साल से लापता एक शक़्स अपने अपने परिजनों से मिल गया, मुरादाबाद के थाना मुंडपाण्डे ईलाके के दलपतपुर में सड़क हादसे में घायल मिले एक अज्ञात बुज़ुर्ग शक़्स को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया था, अक्सर पुलिस सड़क हादसों के शिकार घायलों को अस्पतल में भर्ती कराकर अपनी ज़िम्मेदारी पूरी कर लेतें हैं, लेकिन मुरादाबाद के सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार की सभी तरफ़ तारीफ़ हो रही हैमुरादाबाद के दिल्ली नेशनल हाईवे पर थाना मुंडपाण्डे ईलाके में 09 अप्रैल की रात पुलिस को सड़क किनारे एक बुज़र्ग के घायल पड़े होने की सूचना मिली, सूचना पर मौके पहुंचे चौकी इंचार्ज मनोज कुमार ने घायल बुज़ुर्ग को ज़िला अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही बुज़र्ग के होश में आने के बाद पूछताछ की, तो बुज़र्ग घायल ने पंजाब के संगरुर जनपद के एहमदगढ़ थाने का पता बताया, तब सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने पंजाब के संगरूर जिले के एहमदगढ़ थाने के इंचार्ज का मोबाइल नंबर अरेंज कर उस पर बात की, और घायल बुजुर्ग का फोटो भेज कर उसके परिजनों को ढूंढ़वाने में मदद मांगी, कुछ वक्त बाद ही पंजाब के उस एहमदगढ़ थाने से सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार को कॉल कर बताया गया कि इस बुजुर्ग का नाम मोनी सिंह है और यह पिछले 13 वर्ष से गुमशुदा है, और इनकी यहां गुमशुदगी भी लिखी हुई है, पुलिस ने मोनी सिंह के गाँव के सरपंच को जानकारी दी, जिसके बाद मोनी सिंह के परिजन मुरादाबाद के ज़िला अस्पताल पहुंचे और वहां भर्ती 13 साल से गुमशुदा अपने पिता को मोनी सिंह को डिस्चार्ज कराकर अपने साथ पंजाब ले वापस ले गये, मोनी सिंह के बेटे बलजीत सिंह ने बताया कि अगर मुरादाबाद पुलिस के यह सब इंस्पेक्टर जिम्मेदारी से पंजाब पुलिस से संपर्क नहीं करते तो अपने जिस पिता को वह मृतक मान चुके थे वह उन्हें कभी नहीं मिलते, उन्होंने मुरादाबाद पुलिस उत्तर प्रदेश पुलिस और खासकर इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह का धन्यवाद दिया।