मेरठ यह परतापुर इलाके में बिना कोविड-19 लगवाए ही सब प्रमाण मिल गया जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग पर सवाल करने लगे आपको बताते चलें की शुक्रवार को मेरठ में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना आए थे, और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और अन्य अधिकारियों को कोविंड वैक्सीनेशन के संबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की नसीहत दी थी लेकिन मेरठ के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंत्री जी की नसीहत को एक कान से सुना और दूसरे कान से निकाल दिया शनिवार को एक ऐसा ही मामला संज्ञान में आया जिससे सवाल खड़े हो गए परतापुर के गांव निवासी महिला अनिता बंसल ने 9 अप्रैल को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए आवेदन किया था। उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए 10 अप्रैल का समय मिला, शुक्रवार को अनीता किसी कार्यवश परतापुर के कुंडा स्वास्थ्य केंद्र पर नहीं जा पाई। शनिवार को समय 3:00 बज कर 47 मिनट पर अनीता के मोबाइल पर आए मैसेज ने पूरे परिवार के पैरों तले की जमीन निकाल दी। मैसेज में लिखा था कि अनिता बंसल को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। योनि के बिना वैक्सीन लगवाए ही वैक्सीन लगाने का मैसेज आ गया यह तो अनीता की जगह वैक्सीन किसी और को लगा दी गई और अनीता पर मैसेज भेज दिया गया या फिर दूसरी लापरवाही की गई है अलग इस मामले पर जांच की बात भी की जा रही है